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बिना शासकीय सहमति के, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जयपुर, राजस्थान में आयोजित दो दिन की अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में विभिन्न विशेषज्ञ, नीति-निर्माता, उद्योग व्यक्ति, शिक्षक और अनुसंधान संस्थान सहित विश्व भर से अन्य कई राष्ट्रों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। सम्मेलन में बांध सुरक्षा के साथ-साथ जल प्रबंधन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो रही है। सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने इस महत्वपूर्ण आयोजन में भाग लिया और उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया।
सम्मेलन में, बांधों की सुरक्षा के साथ-साथ, जल संबंधित प्रौद्योगिकी, प्रगति, और बांध सुरक्षा सुनिश्चित करने के नए दृष्टिकोणों को विकसित करने का उद्देश्य है। सम्मेलन में दुनिया भर से इंजीनियर, नीति-निर्माता, उद्योग जगत के प्रतिनिधि, शिक्षक एवं अनुसंधान संस्थान, बांध सुरक्षा विशेषज्ञ समेत बांध मालिक भी भाग ले रहे हैं।
सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य है एक-दूसरे के अनुभव साझा करने, तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देने, और बांध सुरक्षा को सुनिश्चित करने के नए दृष्टिकोण विकसित करना और संभावित सहयोग के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करना है।
इसके अलावा, सम्मेलन में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठन प्रदर्शनी के माध्यम से बांधों और उनसे जुड़े कार्यों से संबंधित अपनी तकनीक, उत्पादन, उपकरणों, और सेवाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं।
सिंचाई मंत्री श्री महाराज ने बताया कि उत्तराखंड सरकार ने बांध सुरक्षा अधिनियम 2021 को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने हेतु बांध सुरक्षा पर राज्य बांध सुरक्षा समिति और राज्य बांध सुरक्षा संगठन का गठन किया है, जो बांधों की सुरक्षा की निगरानी रखने के साथ-साथ, उनके निर्माण और संचालन को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर दिशा निर्देश जारी करता है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि इस सम्मेलन के माध्यम से अन्य
देशों से साझा किया जा रहा है कि कैसे हम सभी बांधों की सुरक्षा और जल प्रबंधन के क्षेत्र में एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर सकते हैं।